गुरुवार, 1 सितंबर 2016

rangmahal ki bahiri diwar

कल श्री राज जी की अपार मेहर से देखा कि हद बेहद के ब्रह्माण्ड के परे दिव्य धाम आया हैं ..इन दिव्य  परमधाम ,अर्शे अजीम  के ठीक मध्य भाग में एक भोम भर ऊंचा चबूतरा उठा जिस पर नव  भोम दसवीं आकाशी का रंगमहल विराजमान हैं --

सर्वप्रथम चबूतरा की किनार पर कठेड़ा शोभित हैं ..अनंत रंगों -नंगों की सुखदायी झलकार से सुसज्जित इन कठेड़े के भीतरी तरह एक मंदिर की परिक्रमा आयीं हैं जिसे धाम रोंस के नाम से भी जाना जाता हैं --

इन धाम रोंस के भीतर घेर कर रंगमहल की बाहिरी दीवार आयीं हैं --घेर कर 6000  मंदिर शोभायमान हैं --पूर्व में मुख्य द्वार /धाम दरवाजा की शोभा के वास्ते दस मंदिर का हान्स आया हैं और द्वार के हान्स के दोनों और २५ मंदिर के हान्स आएं हैं शेष सभी हान्स तीस तीस मंदिर के आएं हैं 

अब आगे बढ़ते हैं

पूर्व +पश्चिम और दक्षिण दिशा की तरफ श्री रंगमहल के प्रत्येक मंदिर की बाहिरी दीवाल में दो दो महेराब (कमानें ) और एक एक झरोखे आठों भोम तक सुशोभित है |उत्तर की तरफ लाल चबूतरा पर तीन तीन मेहेराब हैं |फिर ताड़ वन में दो दो मेहेराब और एक एक झरोखे हैं |

अब श्री लाल दास महाराज जी बाहिरी 6000  मंदिरों की शोभा का बयान कर रही हैं --घेर कर आएं इन 6000  मंदिरों की बाहिरी दीवार का वर्णन हुआ हैं --एक मंदिर 100  हाथ का लंबा चौड़ा आया हैं जिसकी वनों की तरफ आयीं दिवार अर्थात बाहर की दिवार की अलौकिक शोभा आयीं हैं --100  हाथ की लंबी चौड़ी दिवार पर सर्वप्रथम एक बड़ी मेहराब आयीं हैं ..पुनः इस एक बड़ी मेहराब के भीतर तीन मेहराब आयीं हैं --अब इन तीन मेहराबों में भी तीन मेहराबे और हुई जिनमें मध्य की मेहराब में झरोखा और दाएं बाएं जाली द्वारों की शोभा हैं --और दोनों और की मेहराबों में मध्य की मेहराब में द्वार  और दाएं बाएं जाली द्वार आएं हैं 


तो रंगमहल की पूर्व ,पश्चिम और दक्षिन दिशा में प्रत्येक मंदिर में दो दो द्वारों की शोभा आयीं हैं और एक एक झरोखा झिलमिला रहा हैं --उत्तर दिशा में लाल चबूतरा पर तीन तीन द्वार आएं हैं यहाँ झरोखों की जगह भी द्वार आएं हैं --पुनः ताड़ वन में प्रत्येक मंदिर में दो दो द्वारों की शोभा आयीं हैं और एक एक झरोखा हैं

बाहिरी दीवार का खड़ा दृश्य👆👆🙏🏾

देखिए इस नक़्शे का विहंगम दृश्य ---पिंक रंग की बड़ी मेहराब में तीन मेहराब --पुनः इन तीन मेहराब में तीन तीन मेहराब ---जिनमें ठीक मध्य झरोखा आया हैं दाएं बाएं द्वार और छह जाली द्वार आएं हैं

सुन्दर कटाव द्वार मेहराब --और प्रत्येक मेहराब के ऊपर लाल मानक का जडाव द्वार फूल और मेहराब के दोनों और भी फूलों की शोभा आयीं हैं
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