सोमवार, 12 जून 2017

SAT VAN SHOBHA QUE-ANS

1--रूह खड़ी हैं श्री रंगमहल के मुख्य दरवाजे के आगे दो मंदिर के लम्बे चौड़े चौक में -चौक की उज्ज्वल आभा और दोनों और चबूतरों की अपार शोभा और ठीक सामने धाम की अति विशाल ,मनोहारी सीढ़ियां उत्तर रही हैं --रूह इन सीढ़ियों पर पग धरती हैं ,अति कोमल सीढ़ियां रूह को कहाँ पहुंचाएंगी ?

यह सीढ़ियां  रूह को 166 मंदिर लंबे चौड़े अमृत वन के तीसरे हिस्से में आएं चांदनी चौक में मध्य रोंस पर पहुंचाएगी  
2--चांदनी चौक में खड़ी हैं और हाजिर खिलौने असवारी के लिए प्रस्तुत 
नूरी घोड़े पर रूह असवार हुई और धाम का नूरी घोड़ा आकाश में उड़ान भर रूह को धाम नजारें दिखाने लगा 
रूह हैं धाम में और वहां से देखती हैं वन 
सात वनों की अलौकिक शोभा 

तो यहाँ रूह को धनि ने किस क्रम में वन दिखाए  ?

हम धाम में हैं तो धाम के धनि यह सबसे रंगमहल के पूर्व में आये सात वनों में से मध्य के अमृत वन की शोभा दिखाएंगे फिर दक्षिण  की और आये केल वन, लिबोई वन अनार वन,अमृत ,जाम्बु ,नारंगी ,वट  ( दक्षिण से उत्तर  की और)


यह क्रम धाम में खड़े होकर से देखने पर हैं अगर हम कालमाया के ब्रह्माण्ड को पार कर बेहद को पार कर पहुँचते हैं तो देखेंगे यही क्रम --उत्तर से दक्षिण की और 

3--जमुना जी का निर्मल ,दूध से उज्जवल ,मिश्री से मीठा जल और जमुना पर आये दो पुल 

तो किन दो पुलों के बीच सात घाटों के रूह ने दर्शन किए   ?
केल पुल और वट पुल इन दो पुलों के बीच में सातों घाटों के दर्शन किये ।

4--रूह नूरी घोड़े पर असवार सात वनों के ऊपर आसमान की ऊंचाइयों में हैं ..धनि की मेहर से रूह ने दर्शन किए --वनों की अति सुन्दर चांदनी के --फूलों -फलों और पत्तियों ने कृपा कर एक रूप छत्रीमण्डल डाला हैं --मखमली चांदनी --रूह इन चांदनी पर उत्तरी हैं --साथ में सखियाँ भी आ गयी --चांदनी पर रमन के सुख रूह ले रही हैं ..अति कोमल ,सुगन्धि से महकती वनों की चांदनी --रूह ने धाम धनि ने दिखाया कि वन दो भोम तीसरी चांदनी के सुशोभित हैं और जमुना कि पार पर बड़ो वन के वृक्षों की पांच हारें हैं जो घाट रूप में सुशोभित हैं इनकी कितनी भोम हैं ?

 पांच भोंम और छट्ठी चांदनी

5--केल वन और वट वन में से बड़ो वन के वृक्षों की हार आने से यह वन कितने भोम के प्रतीत हो रहे हैं ?

बड़ो वन के वृक्ष आने से केल वन और बट वन पांच भोम छट्ठी चांदनी के रूप में प्रतीत हो रहे हैं

6--रूह ने देखा कि तीन वन रंगमहल की दिवार से लगे हैं यह कोनसे तीन वन हैं ?

अनार,अमृत  और जाम्बू यह तीन वन रंगमहल की दिवार से लगे है ।

7--रंगमहल के मुख्यद्वार के सामने रूह ने देखा कि अमृत वन शोभयमान हैं --द्वार के ठीक सामने अमृत वन के तीसरे हिस्से में चांदनी चौक आया हैं --द्वार से सीढ़ियां उत्तर कर चांदनी चौक कि मध्य रोंस हैं यह रोंस अमृत वन को दो हिस्सों में बाटती हुई अमृत वन से जमुना जी और बढ़ रही हैं --आगे पुखराजी रोंस ,वन रोंस पाल पर होते हुए यह कोनसे घाट पहुंचाती हैं ?

धामधनि के साथ चलती हुई रूह चांदनी चौक के मध्य नंगो की रोस पार कर अमृत वन की रोस जिस पर अमृत वन के वृक्षो की मेहेराबे बनी हुई है यह रोस पार करके पुखराजी रोस एवं वन रोस एवं पाल पार करके पाटघाट पर पहुचती है

8--रूह वन की चांदनी से तले की भोम में पहुँचती हैं और देखती हैं आडी खड़ी नहरों के मध्य 500  मंदिर के लम्बे चौड़े बगीचे आयें हैं --इन बगीचों में डोरी बांध वृक्षों की हारें आयीं हैं यह वृक्ष कितने मंदिर की दुरी पर आयें हैं ?

500 मंदिर के लम्बे चौड़े बगीचों में यह वृक्ष दो दो मंदिर की दूरी पर आए है ।

9--रंगमहल से लगते तीन वन आयें हैं जिनके रंगमहल से लगती वृक्षों की हारों ने आगे बढ़कर मंदिरों से मिलान किया हैं --पहली भोम रंगमहल के झरोखों से मिलान करती हैं तो वनों की दूसरी भोम की डालियाँ बढ़कर  किससे मिलान करती हैं ?

दूसरी भोम के छज्जों से 

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