गुरुवार, 15 दिसंबर 2016

chandni chouk

पहला प्रश्न हैं 

चांदनी चौक की शोभा रंगमहल की किस दिशा में आयीं हैं ?

पूर्व दिशा में --

तो अब एक प्रश्न और आता है दिल में कैसे 

तो साथ जी ,रंगमहल की पूर्व दिशा में सात वन आएं हैं --केल  ,लिबोई ,अनार ,अमृत ,जाम्बु ,नारंगी ,बट 

इनमें से तीन वन अनार ,अमृत ,जाम्बु रंगमहल की पूर्व दीवार से मिलान करते हुए आएं हैं --तो रंगमहल के मुख्य द्वार के सामने अमृत वन के तीसरे हिस्से में चांदनी चौक की शोभा आयीं हैं अर्थात १६६ मंदिर के लंबे चौड़े हिस्से में वन नहीं आकर चांदनी चौक की शोभा हुई हैं

प्रश्न -२--चांदनी चौक की लंबाई चौड़ाई कितनी हैं❓ 


चांदनी चौक की लंबाई चौड़ाई १६६ मंदिर की लंबी चौड़ी आयीं हैं --

प्रश्न -३ --चांदनी के चौक में रूह प्रवेश करती हैं और रूह का मुख धाम द्वार की और हैं तो ठीक मध्य भाग में क्या शोभा आयीं हैं जो रूह को धाम सीढ़ियों के सन्मुख ले जाती हैं ❓


रूह मेरी जब चांदनी चौक में प्रवेश करती हैं ,और मुख धाम द्वार की और हैं तो ठीक मध्य में दो मंदिर की चौड़ी नगन की रोंस हैं जो अमृत वन के मध्य भाग से होती हुई चांदनी चौक के ठीक मध्य से होती हुई धाम की सीढ़ियों तक पहुंचाती हैं
प्रश्न -४--श्री परमधाम को प्रवेश होते दाहिनी (उत्तर )हाथ में चांदनी चौक में क्या शोभा हैं


चांदनी चौक के मध्य रोंस में खड़े हैं तो दाहिनी हाथ में चांदनी चौक की अति निर्मल ,नूरमयी ,मोती की तरह झलकार करती नरम अति नरम रेती में मनोहारी शोभा लिये चबूतरा पर लाल वृक्ष की खुशहाल करने वाली शोभा हैं और किनार पर अमृत वन के वृक्षों की हार ,उनमें आयीं सुंदर मेहराबें और वन के दो भोम के छज्जे
प्रश्न -५--|श्री परमधाम को प्रवेश होते  बाईं तरफ (दक्षिण ) में चांदनी चौक में क्या शोभा हैं


बायीं तरफ लाल वृक्ष के सामान ही हरे वृक्ष की शोभा और चांदनी चौक की बायीं किनार पर अमृत वन की शोभा --
प्रश्न -६--लाल हरे वृक्ष शोभा से सुसज्जित चबूतरों की लंबाई चौड़ाई कितनी हैं 


चांदनी चौक में आएं चबूतरे जिनपर लाल हरे वृक्षों की अपार शोभा आयीं हैं ३३ मंदिर के लंबे चौड़े आएं हैं
 प्रश्न -७--चबूतरे चांदनी चौक की जमीन से कितने ऊंचे हैं


यह चबूतरे चांदनी चौक की जमीन से तीन सीढ़ी ऊंचे सुशोभित हैं                        

प्रश्न -८--चबूतरों की चारों दिशा में घेर कर कठेड़े और सीढ़ियों की  क्या शोभा आयीं हैं?

३३ मंदिर के लंबे चौड़े तीन सीढ़ी ऊंचे चबूतरा की मनोहारी शोभा आयीं हैं --चबूतरा की चारों दिशा से आठ मंदिर की जगह में तीन तीन सीढियां उतरी हैं और घेर कर कठेड़ा आया हैं --चबूतरा के ठीक मध्य भाग में एक मंदिर का मोटा नूरमयी तना उठता हैं --तने की चारों दिशा में द्वार आएं हैं --तो इन द्वारों से तने के भीतर जा सकते हैं ..तने के भीतर भी विशाल विस्तार --सुन्दर शोभा और चढ़ती सीढियां --तो इन सीढ़ियों से चढ़कर वृक्ष की दूजी भोम जाइये -

एक मंदिर का तना ७५  हाथ सीधा ऊपर जाकर हर दिशा में 34 -34  डालियों का विस्तार करता हैं तो पहली भोम में सुन्दर चंदवा,फूलों-पत्तियों  का छत्रिमंडल  --बरामदे मानद शोभा और वृक्ष  की दूसरी भोम मोहोलात की तरह शोभित हैं

 प्रश्न -९--लाल हरे वृक्ष कितनी भोम ऊंचे आएं हैं

दो भोम तीसरी चांदनी                        

प्रश्न -10--चांदनी चौक की पूर्व ,उत्तर ,दक्षिन दिशा में क्या शोभा आयीं हैं ❓?

चांदनी चौक की पूर्व ,उत्तर ,और दक्षिन दिशा में अमृत वन की शोभा आयीं हैं --अमृत वन के नूरी वृक्षों की दो भोम के छज्जे --
 
प्रश्न -10--चांदनी चौक की पश्चिम  दिशा में क्या शोभा आयीं हैं ❓


चांदनी चौक के पश्चिम दिशा में रंगमहल की शोभा हैं --नव भोम दसवीं अकाशी का हमारा रंगमहल --रंगमहल के दस हान्स की शोभा --चढ़ती सीढियां ,धाम द्वार की अलौकिक शोभा

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